दुश्मन आपके खिलाफ कार्य करना भले जारी रखें, लेकिन इसमें वे खुद को असहाय पाएंगे और उनकी सभी योजनाएं इसमें विफल हो जाएंगी। इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.) ॐ कामदेवाय विद्महेपुष्पबाणाय धिमहितन्नो मन्मथ प्रचोदयात्॥ Thanks Ankit ji for brightening up life of millions https://jaredonkdw.ezblogz.com/64923809/details-fiction-and-वश-करण-म-त-र